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100 |
_aMehta, Vijay Shankar _923873 |
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245 | _aSwasthya Ramayan | ||
260 |
_aBhopal _bManjul Pubishing House _c2024 |
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300 | _a249 p. | ||
365 |
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520 | _aयह पुस्तक क्यों? वक्त के इस दौर में इन्सानों की ज़िंदगी से स्वास्थ्य कहीं खो गया है, बीमारियां पसर गई हैं। नई-नई दवाइयां खोजी जा रही हैं, लेकिन उससे ज्यादा बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। रामकथा में सात कांड (अध्याय) हैं। इसके श्लोक, दोहे और चौपाइयों में हेल्थ और वेलनेस के सूत्र छिपे हुए हैं तथा शोध करके ये सूत्र निकालकर इस पुस्तक में पिरोए गए हैं। खास तौर पर मानसिक स्वास्थ्य के लिए तो यह पुस्तक किसी वेलनेस सेंटर से कम नहीं होगी । किसी को कोई भी और कैसी भी बीमारी हो, इस सूत्र वाक्य को न भूला जाए - ‘भगवान भरोसे का दूसरा नाम है ' श्रीराम ने अपने जीवन में दिया ही दिया है। खूब बांटा है। उनकी यशगाथा गाते हुए यह पुस्तक भी आपको बेहतर स्वास्थ्य देने के लिए संकल्पित है। इसीलिए इस साहित्य का भाव है - रामकथा रूपी खजाने से लीजिए सेहत की दौलत.. (https://www.manjulindia.com/ProductDetail.aspx?pid=31dba678-0035-45f5-8945-7f33312b24c4) | ||
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