000 02314nam a22002057a 4500
005 20250429122349.0
008 250429b |||||||| |||| 00| 0 eng d
020 _a9788189850609
082 _a891.433
_bRAY
100 _aRay, Satyajit
245 _aAtaichi Rahasya (अटैची रहस्य)
250 _a2nd
260 _bRemadhav Publications Pvt. Ltd.
_aDelhi
_c2023
300 _a108 p.
365 _aINR
_b395.00
520 _aअन्तरराष्ट्रीय ख्याति के फिल्मकार तथा बांग्ला के श्रेष्ठ कथाकार सत्यजित राय के लोकप्रिय कथा-पात्र फेलूदा की जासूसी की बेहद रोमांचक कथा है—अटैची-रहस्य। राजधानी एक्सप्रेस में सफर के दौरान एक व्यक्ति की अटैची चोरी हो जाती है, जिसमें एक बहुत पुरानी और कीमती पाण्डुलिपि थी। जाहिर है, उसे ढूँढ़ने के लिए फेलूदा को नियुक्त किया गया। मगर घटना की जाँच करते हुए पाण्डुलिपि से भी कीमती एक चीज मिल गयी। अटैची गायब करने वालों को तो इसका पता था पर उसके मालिक को नहीं। आखिर क्या थी वह चीज, जिसके कारण इस तरह एक मामूली-सी घटना अचानक रहस्यमय हो उठी! राय की प्रस्तुत कृति में रहस्य-सन्धान के प्रति कुतूहल शुरू से अन्त तक बना रहता है, जो उनके कथा-लेखन की चिर-परिचित विशेषता है। (https://rajkamalprakashan.com/ataichi-rahasya.html)
650 _aHindi novel
700 _aGoswami, Mukti [Translator]
_923471
942 _cBK
_2ddc
999 _c9250
_d9250