000 | 02077nam a22001937a 4500 | ||
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005 | 20250429152518.0 | ||
008 | 250429b |||||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9789360868840 | ||
082 |
_a891.433 _bSAR |
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100 |
_aSaramago, Jose _923475 |
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245 | _aEk hathi ka safarnama | ||
260 |
_bRajkamal Prakashan _aNew Delhi _c2024 |
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300 | _a206 p. | ||
365 |
_aINR _b299.00 |
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520 | _aदो साल से लिस्बन में रह रहे हाथी सोलोमन को अब एक लम्बे सफ़र पर जाना है। राजा डोम जुआँऊ तृतीय वियना के हैप्सबर्ग के एक आर्चदुक को उसे शादी के तोहफ़े के रूप में भेंट करना चाहता है। अपने नए ठिकाने तक पहुँचने के लिए हाथी को पैदल ही पहुँचना है। इस तरह शुरू होता है वह दिलचस्प सफ़र जो इस बहादुर हाथी को कास्टील के धूल-भरे मैदानों से होते हुए समुद्र पार जेनोआ और उत्तरी इटली तक ले जाएगा। वहाँ उसे बर्फीले आल्प्स को पार करना होगा जैसे सदियों पहले हानिबल के योद्धा हाथियों ने किया था। यह उपन्यास एक सच्ची घटना पर आधारित है जिसमें लेखक ने तथ्यों, किंवदन्तियों और कल्पना का अद्भुत मिश्रण किया है। (https://rajkamalprakashan.com/ek-hathi-ka-safarnama.html) | ||
650 | _aHindi novel | ||
700 |
_aSharma, Manjulata [Translator] _923476 |
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942 |
_cBK _2ddc |
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999 |
_c9175 _d9175 |