000 | 02054nam a22001937a 4500 | ||
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005 | 20240328134653.0 | ||
008 | 240223b |||||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9789355180445 | ||
082 |
_a891.433 _bROS |
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100 |
_aRosei, Peter _914784 |
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245 |
_aMahanagar Vienna: _bkai partein andekhi |
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260 |
_bVani Prakashan _aNew Delhi _c2016 |
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300 | _a327 p. | ||
365 |
_aINR _b599.00 |
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520 | _aमहानगर वियना महानगर वियना नयी सदी के नये महानगर की युद्धोत्तर बाद की व्यथा से घिरे समाज का चेहरा दिखाता है। महानगर वियना एक नयी तकनीक से कथा प्रवाह बहाता पाठक को बाँधे रखने वाला उपन्यास है। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद एक पूरी सदी युद्ध के प्रभाव से ऐसी प्रभावित हुई कि देश, काल, भौगोलिक परिधि ही नहीं समूची संस्कृतियाँ भरभरा गयीं। वियना भी उससे अछूता नहीं रहा। ये उपन्यास युद्ध की हिंसा और उससे उत्पन्न भीषण रक्तपात से परे अस्त्र-शस्त्रों से दूर उस मनोवैज्ञानिक हिंसा का, ऑस्ट्रियाई समाज पर पड़े उसके गहरे प्रभाव का सजीव वर्णन करने वाला एक जीवन्त आधुनिक उपन्यास है। (https://vaniprakashan.com/home/product_view/3408/Mahanagar-Vienna) | ||
650 |
_aHindi literature _914826 |
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650 |
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942 |
_cBK _2ddc |
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999 |
_c6622 _d6622 |