000 | 03204nam a22002057a 4500 | ||
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005 | 20240326200943.0 | ||
008 | 240223b |||||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9788126933648 | ||
082 |
_a909.82 _bGUP |
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100 |
_aGupta, Manik Lal _914740 |
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245 |
_aVishwa ka itihaas: _bpraachin, madhyakaalin, aadhoonik |
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250 | _a2nd | ||
260 |
_bAtlantic Publishers _aNew Delhi _c2022 |
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300 | _aviii, 192 p. | ||
365 |
_aINR _b695.00 |
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520 | _a'विश्व का इतिहास' (वस्तुनिष्ठ पद्धति) (OBJECTIVE TYPE) में अभी तक कोई स्तरीय पुस्तक हिन्दी में उपलब्ध नहीं है; राज्य स्तरीय प्रतियोगी और आई॰ ए॰ एस॰ जैसी सिविल सर्विस परीक्षाओं में सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्रें में 'विश्व इतिहास' से सम्बन्धित विषय सामग्री स्तरीय पाठ्य-पुस्तक के रूप में प्रस्तुत करने की चेष्टा इस पुस्तक में निहित है। प्रतियोगी परीक्षाओं के पाठ्यक्रमों का पूर्ण समावेश करते हुए तदनुसार वस्तुनिष्ठ पद्धति (OBJECTIVE TYPE) से लिखने का सार्थक प्रयास पुस्तक की विशेषता है। प्राचीन विश्व की सभ्यताओं, मध्यकालीन विश्व की सोच व आधुनिक विश्व में पुनर्जागरण, धार्मिक-चिन्तन, सुधारवादी दृष्टिकोण, नवीन आर्थिक प्रवृत्तियाँ, व्यावसायिक क्रान्ति, पूँजीवाद, वाणिज्यवाद, कृषीय क्रान्ति, औद्योगिक क्रान्ति, साम्राज्यवाद एवं उपनिवेशवाद, अमेरिकी क्रान्ति, गौरवपूर्ण क्रान्ति, फ्रांस की क्रान्ति, बोल्शेविक क्रान्ति तथा चीन की क्रान्ति की प्रवृत्तियों को स्पष्ट करते हुए विश्व के सभी महाद्वीपों का विकास एवं प्रभाव का मूल्यांकन व रेखांकन इस पुस्तक की उपयोगिता सिद्ध करता है। (https://atlanticbooks.com/vishwa-ka-itihaas:-praachin,-madhyakaalin,-aadhoonik-2nd-ed.-(hardbound-2021)-by-manik-lal-gupta-9788126933648) | ||
650 |
_aHistory _913058 |
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650 |
_aWorld history _916547 |
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_cBK _2ddc |
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