Mahanagar Vienna: kai partein andekhi
Material type: TextPublication details: Vani Prakashan New Delhi 2016Description: 327 pISBN:- 9789355180445
- 891.433 ROS
Item type | Current library | Collection | Call number | Copy number | Status | Date due | Barcode | |
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Book | Indian Institute of Management LRC General Stacks | Hindi Book | 891.433 ROS (Browse shelf(Opens below)) | 1 | Available | 006178 |
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891.433 REN Maila Aanchal | 891.433 REN Aadim raatri ki mahak | 891.433 REN Kitne chaurahe | 891.433 ROS Mahanagar Vienna: kai partein andekhi | 891.433 SAH Tamas | 891.433 SAT Chalo hawaon ka rukh moden | 891.433 SHA Baheliye |
महानगर वियना
महानगर वियना नयी सदी के नये महानगर की युद्धोत्तर बाद की व्यथा से घिरे समाज का चेहरा दिखाता है। महानगर वियना एक नयी तकनीक से कथा प्रवाह बहाता पाठक को बाँधे रखने वाला उपन्यास है।
द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद एक पूरी सदी युद्ध के प्रभाव से ऐसी प्रभावित हुई कि देश, काल, भौगोलिक परिधि ही नहीं समूची संस्कृतियाँ भरभरा गयीं। वियना भी उससे अछूता नहीं रहा। ये उपन्यास युद्ध की हिंसा और उससे उत्पन्न भीषण रक्तपात से परे अस्त्र-शस्त्रों से दूर उस मनोवैज्ञानिक हिंसा का, ऑस्ट्रियाई समाज पर पड़े उसके गहरे प्रभाव का सजीव वर्णन करने वाला एक जीवन्त आधुनिक उपन्यास है।
(https://vaniprakashan.com/home/product_view/3408/Mahanagar-Vienna)
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